माननीय सांसद भरतपुर श्रीमती रंजिता कोली और पूर्व मंत्री राजस्थान सरकार जवाहर सिंह बेडम द्वारा उत्कृष्ट समाज सेवा के लिए मुझे आज डीग में सम्मानित किया गया! यह आप सभी के संस्था के प्रति प्यार और सहयोग का सम्मान है और प्रभु और गुरु की कृपा
पुलवामा आतंकी हमले में शहीदों को श्रद्धांजलि दी
आज ग्राम अऊ में श्री BRS मानव सेवा समिति व् ग्रामीणों द्वारा पुलवामा आतंकी हमले में शहीद हुए माँ भारती के उन अमर वीर सपूतों को मोमबत्ती जलाकर व् 2 मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि दी गई व् उनकी आत्मा की शांति की कामना ईश्वर से की गई।
कम्बल वितरित किये
आज श्री बल्लभ राम शर्मा मानव सेवा समिति द्वारा डीग उपखंड के ग्राम उमरा में आयोजित एक कार्यक्रम में 50 गरीव परिवारों के लिए कम्बल वितरित किये गए समिति के अध्यक्ष श्री लक्षमण शर्मा ने बताया कि ग्राम उमरा में करीव 30 परिवार बंजारा 5 परिवार नाई एवं करीव 15 परिवार पास ही स्थित भीलो के डेरे में भील जाती के निवास करते हैं जो बहुत ही गरीव हैं जो मेहनत मजदूरी करके और आस पास के गांव में फेरी लगा कर जीवन यापन करते हैं इन परिवारों के लिए सर्दी से बचाव हेतु कम्बल आदि उपलव्ध करवाने हेतु कुछ ग्रामीणों ने समिति सदस्यों से आग्रह किया था जिस पर आज ग्राम उमरा में एक कार्यक्रम आयोजित कर इनके लिए कम्बल उपलव्ध करवाए गए समिति अध्यक्ष द्वारा इनके बच्चो की पढ़ाई आदि में मदद का भरोसा दिलाया इस अवसर पर श्री तुलसीराम पूर्व जिला परिषद सदस्य, बालमुकंद पूर्व सरपंच, महेश बाड़पंच, सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण व् समिति सदस्य मौजूद रहे।
विधवा की बेटी के विवाह हेतु दी आर्थिक सहायता
श्री बल्लभ राम शर्मा मानव सेवा समिति द्वारा डीग उपखण्ड के ग्राम अऊ निवासी लक्ष्मी पुत्री स्व0 श्री किशनो जाटव के विवाह हेतु 5100 रु0 का चैक भेट किया गया। संस्था के अध्यक्ष श्री लक्ष्मण शर्मा ने बताया कि ग्राम अऊ निवासी किशनो जाटव के परिवार की आर्थिक स्थिति बहुत ही दयनीय है किशनो जाटव मजदूरी करके अपने परिवार का पालन पोषण करता था लेकिन इनकी मृत्यु के बाद 5 बच्चो की परवरिश की जिम्मेदारी पत्नी मुंद्रा देवी पर आ गई। अऊ जाटव बस्ती के लोगो द्वारा इस बेटी के विवाह के लिए आर्थिक सहायता देने हेतु संस्था के अध्यक्ष लक्ष्मण शर्मा से आग्रह किया जिस पर आज समिति कार्यकर्ताओ ने इनके घर पहुच कर 5100 रु0 का चैक भेट किया। इस अवसर पर संस्था सदस्य और बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे।
ब्रज भाषा कवि सम्मेलन
डीग SDM और अन्य गणमान्य स्थानीय नागरिकों के साथ 26 जनवरी के उपलक्ष्य में आयोजित ब्रज भाषा कवि सम्मेलन में शिरकत करते हुए।
बच्चो के लिए खेल किट का किया वितरण
श्री बल्लभ राम शर्मा मानव सेवा समिति द्वारा जय श्री राम माध्यमिक वि0 अऊ में आयोजित एक कार्यकृम में बच्चो के लिए खेल किट का वितरण किया गया। विध्यालय के प्रबंधक तुला राम पहलवान ने बताया कि ग्राम अऊ के बच्चे रोजाना विद्यालय के खेल मैदान पर नियमित अभ्यास करते है परंतु बच्चो पर किट उपलब्ध नही है। बच्चो के लिए किट उपलव्ध करवाने के लिए श्री बल्लभ राम शर्मा मानव सेवा समिति के अध्यक्ष श्री लक्ष्मण शर्मा से आग्रह किया जिस पर आज विद्यालय में 24 बच्चो के लिए खेल किट का वितरण किया। इस अवसर पर ठकुरी मेंबर, हेमेंद्र शर्मा, विजय सिंह पहलवान, राहुल, कुलदीप, अजय सिंह, सुभाष सहित समिति पदाधिकारी मौजूद रहे।
विमंदित के परिवार को दी आर्थिक सहायता
श्री बल्लभ राम शर्मा मानव सेवा समिति द्वारा ग्राम अऊ निवासी विमंदित श्री जगदीश पुत्र पूरन जाटव के परिवार को 7100 रु की आर्थिक सहायता राशि दी गई समिति अध्यक्ष लक्ष्मण शर्मा ने बताया कि ग्राम अऊ निवासी जगदीश बहुत ही गरीव व्यक्ति है जो मजदूरी करके अपने परिवार का पालन पोषण कर रहा था परंतु 3 – 4 साल पहले अचानक मानसिक रूप से बीमार हो गया और अक्षम हो गया इनके परिवार में पत्नी सहित 3 बच्चे हैं परिवार के मुखिया के अक्षम हो जाने से इस परिवार के सामने जीवन यापन का संकट खड़ा हो गया है। ग्रामीणों ने इस परिवार की मदद करने के लिए समिति अध्यक्ष श्री लक्ष्मण शर्मा से आग्रह किया था जिस पर आज संस्था के कार्यकर्ताओं ने इनके घर पहुच कर आर्थिक सहायता स्वरुप 7100 रु का चेक भेट किया। इस अवसर पर सोहन लाल, डब्बू, रमेश मेंबर, बल्लो, लोकेश, किशन मेंबर, बनेसिंह, मदन आदि ग्रामीण मौजूद रहे।
स्वर्गीय श्री बल्लभराम शर्मा
श्री बल्लभराम शर्मा का जन्म राजस्थान के भरतपुर जिले के डीग उपखण्ड के गांव अऊ में बहुत ही निर्धन ब्राहम्ण परिवार में 13 दिसंबर 1936 को श्री नत्थीलाल शर्मा व श्रीमति सोंमोंती देवी के घर हुआ था परिवार की आर्थिक स्थिति कमजोर होंने के कारण इनका बचपन बहुत ही अभावों में गुजरा। श्री बल्लभराम शर्मा 5 भाई बहिनों में सबसे बडे थे। पढाई में बचपन से ही मेधावी छात्र रहे श्री बल्लभराम शर्मा ने हायर सैकेण्डी बोर्ड परीक्षा हायर सैकेण्डरी स्कूल डीग से उत्तीर्ण की। पढाई के दौरान ही इनका विवाह श्रीमति मोहनदेई के साथ हुआ परन्तु विवाह के कुछ समय पश्चात ही पिता श्री नत्थीलाल शर्मा का आकस्मिक निधन हो गया और पिताजी के निधन के साथ ही इनके जीवन संघर्ष की शुरूआत भी हुई। भाई बहिनों में सबसे बडे होंने के कारण परिवार के लालन पालन का बोझ अल्प आयु में ही इनके कन्धों पर आ गया। पिता की मृत्यू के समय इनके सबसे छोटे भाई श्री किषनोराम शर्मा से0नि0 प्र0अ0 की उम्र मात्र 2 वर्ष थी। कम उम्र में परिवार के पालन पोषण के उत्तरदायित्व के भार से दबे श्री बल्लभराम शर्मा ने न चाहते हुए भी पढाई छोड दी और मजदूरी करने लगे। कठिन परिश्रम करते हुए छोटे भाई बहिनों को पढाई के लिए प्रेरित किया। 3-4 बर्षों तक घरेलू नौकर के रूप में नौकरी करने के बाद 31 जुलाई 1958 को इन्हें प्रारम्भिक षिक्षा में अध्यापक के रूप में राजकीय सेवा में नियुक्ति मिली परन्तु परिवार की जिम्मेदारियों का भार इतना अधिक था कि राजकीय सेवा के साथ साथ ही गांव के बडे जमींदारों की खेती में भी मजदूरी करते हुए कठिन परिश्रम किया साथ ही निर्धन परिवारों के मेधावी विधार्थियों की हर संभव मदद करते रहे। सतत् कठिन परिश्रम के बाद परिवार की स्थिति कुछ सुधरी, बहिन भाइयों की शादी की। छोटे भाई स्व0 श्री दयाचन्द शर्मा को भी प्रारम्भिक षिक्षा में अध्यापक की नौकरी मिल गई। इस समय तक परिवार के उत्तरदायित्वों का भार कुछ कम हुआ तो फिर पढाई की ओर रूझान हुआ और जीवन के आधे पडाव लगभग 45 वर्ष की आयु के बाद स्नातक, स्नातकोत्तर व बीएड की परीक्षा उत्तीर्ण की जिसके बाद 30 नबम्बर 1984 को इन्हें पदोन्नति देकर हाल ही क्रमोन्नत हुए रा0उ0प्रा0वि0पाटका, नगर में नियुक्त किया गया। एक कमरे के भवन में संचालित उस विधालय का अपनी मेहनत मृदु व्यवहार व शालीनता से ग्रामीणों का सहयोग प्राप्त कर भवन निर्माण करवाया। इनके द्वारा षिक्षा के क्षेत्र में दी गई उत्कृष्ठ सेवाओं के लिए कई पुरूष्कार भी प्राप्त हुए। विभिन्न स्थानों पर राजकीय सेवा में सेवारत रहते हुए 31 दिसम्वर 1994 को 35 वर्ष की गौरवमई राजकीय सेवा पूर्ण कर सेवा निवृत्त हुए। इस समय तक ज्येष्ठ पुत्र श्री लक्ष्मण कुमार शर्मा सहित पांचों पुत्र पुत्रियां अपने अपने कार्यक्षेत्र में संतोषजनक रूप से स्थापित हो चुके थे। सेवा निवृति के बाद अपने सीमित संसाधनों व क्षमताओं के अनुरूप समाज सेवा भी करते रहे परन्तु मन में एक सपना था कि जिन जीवन परिस्थितियों व संघर्षों का सामना मेरे द्वारा किया गया ऐसी परिस्थितियों में समाज में जीवन यापन करने वाले लोगों की सेवा की जाए। यह विचार उन्होंने दिनांक 16 मार्च 2017 को खराव स्वास्थ के दौरान ज्येष्ठ पुत्र श्री लक्ष्मण कुमार शर्मा से साझा किए। मात्र 15 दिवस की बीमारी के उपरांत दिनांक 4 अप्रेल 2017 को 82 वर्ष की आयु में अचानक हृदयाघात से श्री बल्लभराम शर्मा का देहावसान हो गया। उन्होंने अपना जीवन जिस सेवा भाव के मार्ग पर चलते हुए ईमानदार सतत् सघर्ष, कठिन परिश्रम, नेकी और अच्छाई की परिकल्पना के साथ संपूर्ण किया उन्ही की प्रेरणा से मानव सेवा के लिए उनके द्वारा देखे गऐ एक स्वप्न को पूरा करने के उद्देष से ‘‘ंश्री बल्लभराम शर्मा मानव सेवा समिति का उदय हुआ।
सभी जीवन का बराबर मूल्य है
श्री बल्लभराम शर्मा मानव सेवा समिति एक गैर लाभ धमार्थ संगठन है जो वर्ष 2017 में स्वर्गीय श्री बल्लभराम शर्मा जी की स्मृति में उनकी प्रेरणा से स्थापित किया गया था ताकि जरूरतमंद लोगों को षिक्षा, प्रषिक्षण एंव वित्तीय सहायता द्वारा सषक्त बनाकर मुख्य धारा में जोडा जा सके। इस संगठन की स्थापना स्व0 श्री बल्लभराम शर्मा के सपने के परिणामस्वरूप की गई थी जिन्होंने स्वंम के जीवनकाल में संसाधनों की कमी के कारण चरम गरीबी के दिनों को देखा था लेकिन फिर भी अपने अविष्वसनीय प्रयासों और दृढ संकल्प के चलते अपने अधिकतर सपनों को साकार किया अपने संघर्ष कें बाद उन्होंने एक ऐसी सेवा के संबंध में सोचना शुरू कर दिया जो कि उन लोगों के लिए उपयोगी साबित हो सकता है जो अपने जीवन की मूलभूत आवष्यकताओं को वहन या पूरा करने में सक्षम नहीं थे।
इस तरह उन्होंने इस संगठन के उदय के संबंध में आषा की एक झलक देखना शुरू कर दिया। संगठन का पंजीकृत मुख्यालय राजस्थान के भरतपुर जिले की डीग तहसील के ऐतहासिक गांव अऊ में स्थित है। हम पुर्नवास की पेषकष के जरिए लोगों के स्वास्थ और जीवन को बेहतर बनाने पर ध्यान देते हैं जिससे व्यक्तियों को अत्यधिक अभाव और गरीबी से उभरने में मदद मिलती है व मानव जीवन की अन्य बुनियादी समस्याओं को सुलझाने के लिए प्रयासरत हैं। ‘‘ मानव सेवा परमो धर्मः‘‘के सिद्यान्त पर चलकर हमारा संगठन यह सुनिष्चित करने का प्रयास करता है कि सभी व्यक्ति विषेषकर समाज के कम से कम संसाधन वाले लोग अपने सपनोें को साकार करने के लिए जीवन में सफल होंने के अवसरों तक पहुच सकें।